दिल्ली के डॉक्टर ने खोजा प्रतिदिन 1 किलो वजन कम करने का आसान तरीका बिना किसी कसरत या परहेज के डॉ. कुमैल की आश्चर्यजनक खोज... हर आम दिन की तरह ही वो भी एक आम दिन था जिस दिन मेरी जिंदगी पूरी तरह से बदल गयी। मैं अपने बायो-इंजीनिरिंग क्लासेज में पढ़ाने और एम्स टीचिंग हॉस्पिटल में चक्कर लगाने के बीच में था तभी मेरी मां का फोन आया। उन्हें पता था कि मैं काम में व्यस्त होऊंगा तो वो कभी फोन नहीं करती थी जब तक की कोई महत्वपूर्ण काम नहीं हो। जब मैंने उनका नाम अपने फोन में देखा तो मैं तुरंत ही घबरा गया और फोन उठाया। आगे उन्होंने जो मुझे बताया उसने मुझे पूरी तरह से तोड़ दिया। मेरे छोटे भाई कपिल, जो सिर्फ 33 साल का था, उसे बहुत बड़ा हार्ट अटैक आया था और उसे एम्बुलेंस द्वारा उसी अस्पताल लाया जा रहा था जहां मैं काम करता था। मैं क्लास से बाहर निकला और दौड़ते हुए नीचे की ओर गया। मेरी आंख में आंसू आ गए थे और मैं सोचने लगा था कि क्या मेरा भाई ठीक होगा? हार्ट अटैक कितनी बुरी तरीके से आया होगा? क्या उसे ऑपरेशन की जरुरत पड़ेगी? मैं जानता था कि मैं अपने भ...
भारत में शादीशुदा जिंदगी से दुखी महिलाएं कर रही हैं ऐसा, इस एप(app) से दूर कर रही हैं अपना अकेलापन. खाश बात विवाहेतर संबंध की तलाश में ग्लीडेन पर दस्तक देते है 5 लाख भारतीय पिछले साल ग्लीडेन के भारतीय यूजर में 25 फीसदी महिलाएं थीं. 30 फीसदी भारतीय महिला इसका इस्तमाल करती हैं. शादी-शुदा जिंदगी से नाखुश अनेक भारतीय खुशी की तलाश में विवाहेतर महिला-पुरुष मेल-मिलाप करवाने वाले एप (एक्स्ट्रा-मैरिटल डेटिंग एप) ग्लीडेन (Gleeden) पर दस्तक दे रहे हैं. शादी-शुदा जिंदगी से परेशान पुरुष व महिलाओं के लिए यह एप लाइफलाइन बनता जा रहा है. 31 साल की पूजा (बदला हुआ नाम) की शादी को 11 साल हो चुके हैं और वह मां बन चुकी है. पूजा को लगता है कि सिर्फ मां के रूप में उनकी भूमिका मानी जाती है जिससे वह बहुत दुखी रहती हैं. पूजा ने कहा, "मैं मानती हूं कि विवाहेतर संबंध से सचमुच मैं बदल गई हूं. इससे पहले मुझे लगता था कि मैं अपना नारीत्व खो चुकी हूं. मुझे कामोत्तेजक महसूस नहीं करती थी और उससे भी ज्यादा मैं अकेली महसूस करती थी." उन्होंने कहा, "मैं अपने प्रेमी से (ग्लीडेन ...