माइक्रोवेव में बने पॉपकॉर्न से कैंसर हो सकता है? जानें सच्चाई:
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- पॉपकॉर्न को पैक करने के लिए इस्तेमाल प्लास्टिक होती है खतरनाक।
- NO.2=सैंडविच को पैक करने में भी होता है इस प्लास्टिक का इस्तेमाल।
- माइक्रोवेव में पकाए गए पॉपकॉर्न से कैंसर का खतरा होता है- आपने भी ये बात कई बार पढ़ी और सुनी होगी।
- आइए बताते हैं कि माइक्रोवेव में पके हुए पॉपकॉर्न और कैंसर की क्या है सच्चाई।
- पॉपकॉर्न खाने से आपको कैंसर हो ऐसा जरूरी नहीं है। दरअसल पॉपकॉर्न कैंसरकारी नहीं होता है बल्कि ऑयली कॉर्न को पैक करने के लिए जिस प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है वो खतरनाक होती है।
- पॉपकॉर्न को पैक करने के लिए जिस बैग या प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है उसमें परफ्लोरिनेटेड कंपाउंड्स(PFC) होते हैं। ये एक ऐसा तत्व है, जिससे पॉपकॉर्न के पैकेट में मौजूद तेल (ऑयल या बटर) की चिकनाई पैकेट के बाहर नहीं आ पाती है। इसलिए ये बात काफी हद तक सही है कि अगर आप पैकेटबंद ऑयली पॉपकॉर्न का सेवन करते हैं, तो आपको कैंसर हो सकता है।
- ऐसा नहीं है कि परफ्लोरिनेटेड कंपाउंड्स(PFC) सिर्फ पॉपकॉर्न को पैक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है बल्कि इसका इस्तेमाल इन चीजों में भी होता है- CHIPS
- और कई तरह के अन्य पैकिंग रैपर्स में, जिनमें ऑयली या बटरी चीजें पैक की जाती हैं।
- परफ्लोरिनेटेड कंपाउंड्स(PFC) एक खतरनाक केमिकल है, जो कैंसर का कारण बन सकता है। इसका कारण यह है कि ये केमिकल धीरे-धीरे परफ्लोरोऑक्टानोइक एसिड(PFOA) में बदल जाता है। ऐसे में जब आप पॉपकॉर्न खाते हैं, तो ये तत्व आपके आंतों में पहुंचने के बाद खून में जाकर जमा हो जाते हैं और लंबे समय में कैंसर का कारण बन सकते हैं | तो मैं अपने टॉपिक ही पर खत्म करता हूं यह जानकारी से आपको लाभ हो गई और इस जानकारी को दूसरों के साथ शेयर भी कीजिए. MANY MANY THANKS TO READER.
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